किस्सागोई ‘परछाईं’ समारोह सम्पन्न
लखनऊ संवाददाता रिपोर्ट : राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उ0प्र0, हिन्दुस्तानी अकॉदमी प्रयागराज एवं डेल्फिक एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में किस्सागोई के कार्यक्रम ‘परछाईं’ का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग के सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष आई ए एस डॉ0 अखिलेश कुमार मिश्रा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में आत्मप्रकाश मिश्र, कार्यक्रम प्रमुख, दूरदर्शन, लखनऊ उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। संस्थान की महामंत्री डॉ सीमा गुप्ता द्वारा राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश की उपलब्धियां का विवरण प्रस्तुत किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ अखिलेश कुमार मिश्रा जी द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा को बताने के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। समारोह में सुभाष चंदर, दिल्ली, डॉ0 रश्मिशील, लखनऊ, सुश्री कात्यायनी सिंह, सासाराम, डॉ0 तूलिका सेठ, गाजियाबाद, सुशील चंद श्रीवास्तव, लखनऊ, डॉ0 सिम्मी वर्मा, मुंबई, श्रीमती सुधा शुक्ला, लखनऊ, डॉ0 रिंकल शर्मा, दिल्ली एवं आचार्य अनीता मिश्रा, लखनऊ ने अपने अपने किस्से से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सुधा शुक्ला ने फैमिली कोर्ट में विवाह विच्छेद से प्रेम की प्रगाढ़ता’ विषय पर किस्सा सुनाया। डॉ0 रश्मिशील ने ‘नोटबंदी का जनमानस पर प्रभाव’ विषय उठाया व सुशील श्रीवास्तव ने मैडम क्यूरी की कहानी सुनाई। डॉ0 रिंकल शर्मा ने हास्य कहानी सुनाकर सभी को लोटपोट कर दिया। इसी प्रकार सभी ने महत्त्वपूर्ण विषय पर किस्सागोई कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
कार्यक्रम में राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश के सदस्य/पदाधिकारी उपस्थित रहे। समारोह का सभी ने भरपूर आनन्द लिया। संस्थान की महामंत्री डॉ सीमा गुप्ता ने बताया कि किस्सागोई कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान समाज के विभिन्न पक्षों को समाज के मध्य प्रस्तुत कर रहा है।मुख्य अतिथि आत्मप्रकाश मिश्र ने किस्सागोई के बहुआयामी स्वरूप का तारीफ करते हुए राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान के नित्य नए कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा किए।अन्त में आईएएस डॉ0 अखिलेश कुमार मिश्रा के अध्यक्षीय वक्तव्य के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का संचालन सरला शर्मा एवं संयोजन डॉ रवि शंकर पांडेय, चंद्रदेव दीक्षित एवं रामराज भारतीय द्वारा किया गया।